रविवार

स्ट्रोक बचावऔर कारण

आज पूरे संसार में स्ट्रोक के कारण बहुत लोगों को अपनी जान गंवानी पड रही है पूरे विश्व में ह्दय रोग के बाद दूसरा कारण स्ट्रोक से होने वाली मौत का सबसे बड़ा कारण है!       https://vinaysinghsubansi.blogspot.com
                          
आजइसके कारण कितने लोग अपाहिज हो जाते हैं क्योंकि यह दिमाग के कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाने के साथ हर सेकंड में 32 हजार कोशिकाओं को नष्ट करने लगता है जिसके कारण हमारे दिमाग की स्थिति धीरे धीरे छिड़ होने लगती है और नर्वस सिस्टम हो जाता है जो धीरे धीरे मौत के तरफ धकेलने लगती है          इसका मुख्य कारण - डायबिटीज से होता है खतरा डायबिटीज से खून की नलियों में प्रभाव पड़ता है दिमाग की नलियों में रक्त का प्रवाह पडता है दिमाग की नलियों में पतली परत होती है जो डायबिटीज के कारण नष्ट हो जाती है जो कोलेस्ट्रॉल बढने का कारण है और जहां ये कमजोर पडती है उस स्थान पर ही अटैक आता है   
जीवन जीने की कला हम और हमारा समाज  
       डायबिटीज सीधे तौर पर इसका मुख्य कारण नहीं है लेकिन इसके कारण जो हमारे पूरे शरीर पर प्रभाव पड़ता है क्योंकि इससे हमारे नलियों को प्रभावित करती है यह धीरे धीरे रुकावटें पैदा करती है जो आगे चलकर बड़ी हो जाती है जिस जगह इनका प्रभाव ज़्यादा पडता है उस जगह पर खून का प्रभाव खत्म हो जाता है और वह उसी स्थान पर अटैक करती है जहां रक्त का प्रवाह रुक गया हो इसके कारण लकवा मार जाता है शरीर के किसी भी हिस्से को प्रभावित कर देती है इस दौरान अगर हम दो से तीन घंटे में डाक्टर के पास ले जा सके तो डॉक्टर हमे खून पतला करने वाले दवा दे कर उस जगह रक्त प्रवाह को चलने की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए तथा रोगी के ब्लडप्रेशर के साथ डायबिटीज दवा के साथ कोलेस्ट्रॉल की मात्रा कम दवा के साथ इलाज की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के साथ उस पर प्रभाव पडे जगहों पर मालिश कर रोगी को स्वस्थ होने की संभावना को आगे बढाता है। हाइ बीपी मुख्य कारण - स्ट्रोक के मुख्य तौर पर तीन भागों में बांटा जा सकता है इंबोलिक, थ्राम्बोटिक, और हेमरेज स्ट्रोक होता है जिसकी अवस्था है हमारे नसों पर ज़्यादा दबाव पडता है और दबाव के कारण नशे फट जाती है और खून जमा हो जाता है और इसके कारण से इंबोलिक स्ट्रोक और थ्राम्बोटिक स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है और हाइ बीपी के कारण लकवा मार देता है!                 दिमाग--- की बात करे तो दिमाग दो भागों में बंटा हुआ है दायां और बाया हमारे बोलने, समझने का काम बाया वाला दिमाग करता है अगर हमारे बाया वाले हिस्से पर अटैकआता है तो हमारे बोलनेऔर समझने की शक्ति पर प्रभाव पड़ता है ट्रामा से प्रभावित - कई बार यैसा होता है कि किसी दुर्घटना के कारण हमारे दिमाग में चोट लग जाने पर खून का धक्का जम जाता हैऔर रक्त प्रवाह में रुकावट पैदा होती है जिसके कारण हमें लकवा मार जाता है ब्रेन स्ट्रोक - हमारे नसों के द्वारा दिमाग़ तक रक्त पहुचाने का कार्य होता हैअगर किसी कारण रक्त हमारे दिमाग तक नहीं पहुंच पाती है तो दिमाग ठीक से काम नहीं कर सकता है क्योंकि दिमाग में मौजूद सेल्स ब्लड में मौजूद आक्सीजन के कारण जिन्दा रहते हैं दिमाग में जरूरत के मुताबिक ब्लड की कमी से सेल्स नष्ट होने लगते हैं और दिमाग को प्रभावित पडने लगता है जिससे सिकुड़ने लगता है और स्ट्रोक होता है शरीर के किसी भी भाग में लकवा मार जाता है ब्लाकेज के लिए सर्जरी कराइ जाती है, ठंड से ब्लड का धक्का लगता है जिसके कारण स्ट्रोक होता है कुछ और रोग है जिसके कारण स्ट्रोक होता है जैसे टीबी, आर्थराइटिस के कारण रक्त प्रवाह में प्रभाव पडता है! 

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kolkata Kolkata, West Bengal, India

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मनुष्य का सबसे बड़ा धन उसका स्वस्थ शरीर हैं इससे बड़ा जगत में कोई धन नहीं है यद्यपि बहुत लोग धन के पीछे अपना यथार्थ और भविष्य सब कुछ भुल जाते हैं। उनको बस सब कुछ धन ही एक मात्र लक्ष्य होता है। अन्तहीन समय आने पर उन्हें जब तक ज्ञात होता है तब तक देर हो चुकी होती है। क्या मैंने थोड़ा सा समय अपने लिए जिया काश समय अपने लिए कुछ निकाल पाता तो आज इस अवस्था में मै नहीं होता जो परिवार का मात्र एक प्रमुख सहारा है वह आज दुसरे की आश लगाये बैठा है। कहने का तात्पर्य यह है कि वह समय हम पर निर्भर करता है थोडा सा ध्यान चिन्तन करने के लिए अपने लिए उपयुक्त समय निकाल कर इस शारीरिक मापदंड को ठीक किया जाय। और शरीर को नुकसान से बचाया जाए और स्वास्थ्य रखा जाय और जीवन जीने की कला को समझा जाय।   vinaysinghsubansi.blogspot.com पर इसी पर कुछ हेल्थ टिप्स दिए गए हैं जो शायद आपके लिए वरदान साबित हो - धन्यवाद